परिपत्र : परिभाषा, प्रकार, प्रारूप और उदाहरण

Gyanalay
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परिपत्र (सर्कुलर) की परिभाषा

 परिपत्र सरकारी पत्राचार का ही एक प्रकार है| सरकार के कामकाज में परिपत्र का भी प्रयोग होता है| जब कोई पत्र अनेक विभागों को एक साथ भेजा जाता है तब वह परिपत्र या सर्कुलर कहलाता है| कभी-कभी प्रधान कार्यालय की ओर से अधीनस्थ कार्यालयों को परिपत्र भेजे जाते हैं| जब विषय एक हो, प्रेषक एक हो, लेकिन पाने वाले अनेक हो तब सरकारी पत्र ही परिपत्र बन जाते हैं। एक ही आदेश निर्देश अथवा सूचना का संबंध जब कई विभागों से रहता है तब सबको अलग-अलग पत्र ना भेजकर एक परिपत्र भेज दिया जाता है।


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परिपत्र का प्रारूप

परिपत्र का प्रारूप एवं रचना शैली सरकारी पत्र जैसी होती है। दोनों में अनेक समानताएं होती हैं। इसे भेजते समय ऊपर सबसे बीच में परिपत्र लिखना आवश्यक है। यह संक्षिप्त एवं स्पष्ट होते हैं। इसे भेजने वाला एक होता है लेकिन पाने वाले अनेक होते हैं। यह एक व्यक्ति के लिए नहीं भेजा जाता बल्कि अनेक लोगों को भेजा जाता है।


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परिपत्र का उदाहरण


                                परिपत्र

                           


प्रेषक,                                              प.सं. 12(प)2022

     सचिव                                         खा. एवं आ. मंत्रालय

     खाद्य एवं आपूर्ति मं.                      भारत सरकार

सेवा में,                                            नई दिल्ली, दि........

     समस्त राज्य सरकारें

     विषय- खाद्यानों की वसूली के संदर्भ में।

     महोदय,

            मुझे यह सूचित करने का निदेश हुआ है कि इस समय देश में खाद्यान्नों की बहुत कमी है। सूखे के कारण कई राज्यों में फसलें बर्बाद हो गई हैं। इस आपदा से निपटने के लिए सरकार ने निर्णय लिया है कि अन्नबहुल राज्यों की सरकार द्वारा अपने राज्य में खाद्यान्नों की वसूली की जाए। प्रत्येक राज्य के लिए निर्धारित खाद्यान्नों की मात्रा तथा उनके मूल्य आदि के बारे में विस्तृत सूचना शीघ्र भेज दी जाए।

            2. राज्य सरकारें इस संबंध में जो कार्यवाही करें उनका तथा खाद्यान्न वसूली की प्रगति का साप्ताहिक विवरण इस मंत्रालय को भेजते रहें।

                                                          भवदीय

                                                          हस्ताक्षर

                                                          अ ब स

                                                          सचिव, ख.आ. मं.

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परिपत्र लिखते समय बरती जाने वाली सावधानियां 

1. पत्र के बीच में सबसे ऊपर परिपत्र लिखा जाता है।

2. पत्रांक पत्र के सबसे ऊपर दाहिनी तरफ लिखते हैं। उसके नीचे मंत्रालय, स्थान और दिनांक लिखते हैं।

3. प्रेषक सबसे ऊपर बाएं तरफ लिखा जाता है उसके नीचे पदनाम तथा मंत्रालय या विभाग का नाम लिखते हैं।

4. एक बात एक पैराग्राफ में लिखा जाता है दूसरी बात लिखते समय दो नंबर लिखते हैं उसके बाद अपनी बात लिखते हैं।

5. प्रेषक के बाद अर्धविराम लगाया जाता है।

6. सेवा में लिखने के बाद अर्धविराम लगाते हैं।

7. महोदय लिखने के बाद भी अर्धविराम लगाते हैं।

8. भवदीय पत्र के नीचे दाहिनी तरफ लिखा जाता है। उसके नीचे संबंधित का हस्ताक्षर, पदनाम व विभाग लिखा जाता है।

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