सिंधु घाटी सभ्यता - हड़प्पा सभ्यता: सारांश

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सिंधु घाटी सभ्यता - हड़प्पा सभ्यता: सारांश

सिन्धु घाटी सभ्यता ( इंडस वैली सिविलाइज़ेशन ) - IVC या हड़प्पा सभ्यता


जी नमस्कार दोस्तों!! Gyanalay में आपका स्वागत है। आज हम इस ब्लॉग में सिन्धु घाटी सभ्यता ( इंडस वैली सिविलाइज़ेशन ) - IVC या हड़प्पा सभ्यता  संक्षिप्त अध्ययन करेंगे 


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हड़प्पा और मोहनजोदड़ो की खोज

हड़प्पा सभ्यता भारतीय संस्कृति की एक लंबी, समृद्धशाली एवं वैविध्यपूर्ण कहानी का एक प्रारंभिक बिंदु है। इस सभ्यता की खोज से पहले यह माना जाता रहा है कि हमारी संस्कृति की शुरुआत वैदिक युग से होती है । परंतु 1921 ईस्वी में दयाराम साहनी द्वारा हड़प्पा सभ्यता की खोज ने इस बात को झुठला दिया और हमारी सभ्यता एवं संस्कृति को 2000 वर्ष और अधिक प्राचीन होने का  गौरव प्रदान किया। जब भारतीय पुरातत्व विभाग के महानिदेशक जॉन मार्शल थे तब दयाराम साहनी ने 1921 ईस्वी में हड़प्पा की तथा राखल दास बनर्जी ने 1922 ईस्वी में मोहनजोदड़ो की खोज की। 


हड़प्पा सभ्यता के मुख्य विशेषताएँ
स्रोत - विकिपीडिया


हड़प्पा सभ्यता का काल निर्धारण

वैसे तो हड़प्पा सभ्यता का काल निर्धारण विवाद का विषय रहा है, परन्तु C-14 विधि से इसका काल 2500 ईसा पूर्व से 1750 ईसा पूर्व माना जाता है। सिंधु सभ्यता के उद्भव में सबसे बड़ी समस्या यह है कि इस सभ्यता के अवशेष जहाँ कहीं भी मिले हैं वे अत्यंत ही विकसित अवस्था में मिले हैं अतः इसके आदि और अंत का पता ही नहीं चल पाता है। अद्धतन आंकड़ों के अनुसार हड़प्पन स्थलों की संख्या 1500 से अधिक पहुँच गई है ।जबकि क्षेत्रफल 20 लाख वर्ग किमी.से अधिक हो गया है।


सिन्धु घाटी सभ्यता ( इंडस वैली सिविलाइज़ेशन ) - IVC या हड़प्पा सभ्यता


हड़प्पा सभ्यता के मुख्य विशेषताएँ 

हड़प्पा सभ्यता के मुख्य विशेषताएँ थी - नगर नियोजन,जल निकासी व्यवस्था,उन्नत व्यापार,मूर्ति एवं चित्रकला, मातृ प्रधान समाज एवं साफ-सफाई। हड़प्पा सभ्यता के नगर प्रायः दो भागों में विभक्त थे- जिन्हें पूर्वी टीला एवं पश्चिमी टीला के नाम से जाना जाता था। पश्चिमी टीला प्राय: ऊंचे किंतु आकार में छोटे होते थे जबकि पूर्वी टीला आकार में बड़ा परंतु दुर्गीकृत नहीं होता था। यह क्षेत्र प्राय:आवास के लिए प्रयोग किया जाता था। सिंधु सभ्यता की जल निकासी व्यवस्था अद्भुत थी। वायु प्रदूषण से बचने के लिए सिंधुवासी अपने मकान के दरवाजे मुख्य सड़क के विपरीत रखते थे।

 हड़प्पा सभ्यता का पतन

इतिहासकारों ने हड़प्पा सभ्यता के पतन के लिए अनेक कारण बताए हैं। जैसे- बाढ़,आर्यों का आक्रमण,जलवायु परिवर्तन,साधनों का अतिशय उपयोग,महामारी इत्यादि। आगे के ब्लॉगों में हम हड़प्पा-सभ्यता के प्रत्येक प्रकरण (टॉपिक) पर विस्तार से चर्चा करेंगे।

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