हिंदी व्याकरण - लिंग ( जेंडर )
जी नमस्कार दोस्तों! Gyanalay में आपका स्वागत है । इस ब्लॉग में हम हिंदी ग्रामर के अंतर्गत लिंग या जेंडर के बारे में जानेंगे ।
लिंग या जेंडर किसे कहते है
लड़की दौड़ती है।
लड़का दौड़ता है।
पहले वाक्य को पढने से ज्ञात होता है कि दौड़ने वाली कोई लड़की है और दूसरे वाक्य को पढ़ने से ज्ञात होता है कि दौड़ने वाला कोई लड़का है। इसमें लड़का पुरुष जाति का बोध कराता है और लड़की स्त्री जाति का। अतः संज्ञा के जिस रूप से इस बात का बोध हो कि संज्ञा स्त्री जाति की है या पुरुष जाति की, इस विशेषता को लिंग कहते हैं।
लिंग की परिभाषा
लिंग का अर्थ है चिन्ह, अर्थात् वह चिन्ह जिससे शब्दों का स्त्री या पुरुष वाचक लिंग व्यक्त हो।
लिंग के प्रकार
हिन्दी में दो प्रकार के लिंग माने गए हैं-
1. पुल्लिंग
2. स्त्रीलिंग
पुल्लिंग- पुरुष जाति का बोध कराने वाले संज्ञा शब्दों को पुल्लिंग कहते हैं।
जैसे- राम खाना खाता है।
इसमें ‘राम’ लड़का है, और वह पुरुष जाति का बोध कराने के कारण पुल्लिंग है।
स्त्रीलिंग- स्त्री जाति का बोध कराने वाले संज्ञा शब्दों को स्त्रीलिंग कहते हैं।
जैसे- राधा गाती है।
इसमें ‘राधा’ लड़की है, और वह स्त्री जाति का बोधक होने के कारण स्त्रीलिंग है।
उदाहरणः
पुल्लिंग और स्त्रीलिंग के जोड़े
राजा- रानी
आदमी- औरत
शेर- शेरनी
भाई- बहन
शिक्षक- शिक्षिका
बेटा- बेटी
पिता- माता
प्रश्न- निम्नलिखित प्रश्नों को स्त्रीलिंग में बदलें-
धोडा
कवि
नाई
देव
मंत्री
गीदड़
उत्तर-
घोड़ी
कवयित्री
नाइन
देवी
मंत्री (स्त्रीलिंग भी मंत्री ही होता है)।
गीदड़ी