हड़प्पा-सभ्यता:नामकरण
नमस्कार दोस्तों! आज हम इस ब्लॉग में हड़प्पा सभ्यता के विभिन्न नाम एवं उसके पीछे की पृष्ठभूमि पर चर्चा करेंगे।
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सिंधु-सभ्यता
हड़प्पा सभ्यता के अधिकांश प्रारंभिक स्थल सिंधु नदी के आसपास केंद्रित थे। अतः इसे सिंधु सभ्यता कहा गया परंतु बाद में अन्य क्षेत्रों में भी हड़प्पा स्थलों की खोज होने से अब यह इसका सर्वाधिक उपयुक्त नाम नहीं रह गया है।
सिंधु-सरस्वती सभ्यता
आजादी के बाद बड़े पैमाने पर हुए उत्खनन कार्य से अब तक 1500 से अधिक हड़प्पन स्थलों की खोज की जा चुकी है, जिनमें से 80% से अधिक सिंधु तथा गंगा नदी के बीच में स्थित है जहाँ कभी सरस्वती(वर्तमान में विलुप्त) नदी बहती थी।इससे स्पष्ट है कि हड़प्पा सभ्यता का मुख्य क्षेत्र सिंधु घाटी नहीं बल्कि सरस्वती तथा उसकी सहायक नदियों का क्षेत्र है जो सिंधु तथा गंगा के बीच में स्थित है। इसलिए कुछ विद्वान इसे सिंधु सरस्वती-सभ्यता कहते हैं और कुछ तो केवल सरस्वती-सभ्यता कहना ही पसंद करते हैं।
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कांस्य-युगीन सभ्यता
काँसा नमक मिश्र धातु का प्रयोग सर्वप्रथम हड़प्पा वासियों ने किया। हड़प्पा वासियों ने तांबे में टिन मिलाकर काँसा तैयार किया। इसलिए इसे कांस्य-युगीन सभ्यता भी कहा जाता है।
प्रथम नगरीय क्रांति
हड़प्पा सभ्यता में ही हमें सर्वप्रथम बड़े पैमाने पर नगरों के साक्ष्य प्राप्त होते हैं ।इसलिए भारत में इसे प्रथम नगरीय क्रांति के नाम से भी जाना जाता है।
हड़प्पा सभ्यता
इस सभ्यता की खोज सर्वप्रथम हड़प्पा नामक स्थल से हुई,इसलिए इसका सर्वाधिक उपयुक्त नाम हड़प्पा सभ्यता है।अधिकांश इतिहासकार इस मत पर सहमत है।