भारत भौतिक पर्यावरण
भारत की मुख्य भूमि में उत्तर में लद्दाख से लेकर दक्षिण में कन्याकुमारी तक और पूर्व में अरुणाचल प्रदेश से पश्चिम में गुजरात तक फैली हुई है। भारत का सीमांतर्गत क्षेत्र आगे समुद्र की ओर 12 समुद्री मील तक फैला हुआ है।
📚 उत्तर से दक्षिण तक इसकी वास्तविक दूरी 3214 किलोमीटर और पूर्व से पश्चिम तक इसकी दूरी केवल 2933 किलोमीटर है।
📚 ध्रुवों की ओर जाते समय दो देशांतर रेखाओं के बीच की दूरी घटती जाती है, जबकि दो अक्षांश रेखाओँ के बीच की दूरी एक ही रहती है।
📚 भारत का क्षेत्रफल 32.8 लाख वर्ग किलोमीटर है जो विश्व के स्थलीय धरातल का 2.4 प्रतिशत भाग है।
📚 अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह बंगाल की खाड़ी में स्थित है। इस समूह में लगभग 572 दवीप हैं। ये दवीप 6 डिग्री उत्तर से 14 डिग्री उत्तर और 92 डिग्री पूर्व से 94 डिग्री पूर्व के बीच स्थित है। रीची द्वीप समूह तथा लबरीन्थ द्वीप, यहाँ के दो प्रमुख द्वीप समूह हैं।
📚 बैरन नामक आइलैंड भारत का एकमात्र जीवंत ज्वालामुखी भी निकोबार द्वीपसमूह में स्थित है।
📚 अरब सागर के दवीपों में लक्षद्वीप और मिनिकॉय शामिल हैं। ये द्वीप 8 डिग्री उत्तर से 12 डिग्री उत्तर और 71 डिग्री पूर्व से 74 डिग्री पूर्व के बीच बिखरे हुए हैं। इन द्वीपों की संख्या 36 है। पूरा द्वीप 10 डिग्री चैनल द्वारा दो भागों में बाँटा गया है।
📚 भारत की तटरेखा की लंबाई 7516 किलोमीटर है- इसे दो भागों में बांटा जा सकता है-
🇮🇳 पश्चिमी तटीय मैदान
🇮🇳 पूर्वी तटीय मैदान
📚 पश्चिमी तटीय मैदान जलमग्न तटीय मैदानों के उदाहरण हैं। जलमग्न होने के कारण पश्चिमी तटीय मैदान एक संकीर्ण पट्टी मात्र है और पत्तनों एवं बंदरगाह विकास के लिए प्राकृतिक परिस्थितियाँ प्रदान करता है।
📚 पश्चिमी तट की नदियां डेल्टा नहीं बनाती हैं
📚 मालाबार तट की विशेष स्थिति (कयाल) BACKWATERS आकर्षण का केंद्र है, केरल में हर वर्ष प्रसिद्ध नेहरू ट्राफी वलामकाली (नौका दौड़) का आयोजन पुन्नामदा कयाल में किया जाता है।
📚 पूर्ची तटीय मैदान चौड़ा है और उभरे हुए तट का उदाहरण है। पूर्व की ओर बहने वाली बंगाल की खाड़ी में गिरने वाली नदियाँ डेल्टा बनाती हैं।
📚 उभरा तट होने के कारण यहाँ पत्तन और पोताश्रय कम हैं। यहाँ पर महाद्वीपीय शेल्फ की चौड़ाई 500 किलोमीटर है जिसके कारण यहाँ पत्तनों और पोताश्रयों का विकास मुश्किल है।
📚 प्रायद्वीपीय पठार- नदियों के मैदा से 150 मीटर ऊँचाई से ऊपर उठता हुआ प्रायद्वीपीय पठार तिकोने आकार वाला कटा-फटा भूखंड है- जिसकी ऊंचाई 600 से 900 मीटर है। उत्तर पूर्वी शिलांग तथा कार्बी एंगलोंग पठार भी इसी भूखंड का विस्तार है। प्रायद्वीपीय भारत अनेक पठारों से मिलकर बना है, जैसे- हजारीबाग पठार, पालायु पठार, रांची पठार, मालवा पठार, कोयम्बटूर पठार और कर्नाटक पठार।
📚 डोडाबेटा चोटी कौन सी पहाड़ी श्रंखला में स्थित है- नीलगिरी पर्वत श्रंखला पर।
📚 अंडमान और निकोबार को कौन सा जल क्षेत्र अलग करता है- 10 डिग्री चैनल।
📚 करेवा भू-आकृति कहाँ पाई जाती है- कश्मीर हिमालय।
📚 लोकटक झील कहाँ स्थित है- मणिपुर
📚 भारत का मानक याम्योतर- 82.30 डिग्री पूर्व।