सरकारी पत्र / शासकीय पत्र / राजकीय पत्र / शासनादेश Official Letter / Government Order / GO
जी नमस्कार दोस्तों !! ज्ञानालय में आपका स्वागत है । इस ब्लॉग में हम सरकारी पत्र के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे ।सरकारी पत्र को शासकीय पत्र या राजकीय पत्र या शासनादेश भी कहते है । अंग्रेजी में इसे ऑफिशियल लेटर या गवर्नमेंट ऑर्डर या जी ओ कहते भी कहते है ।
सरकारी पत्र किसे कहते हैं?
सरकारी काम काज से संबधित पत्र को सरकारी पत्र कहते है । जब एक देश की सरकार दूसरे देश की सरकार को पत्र भेजती है तो वह पत्र सरकारी पत्र होता है । जैसे यदि भारत सरकार अमेरिकी सरकार या अमेरिकी सरकार द्वारा भारत सरकार को पत्र लिखा जाता है तो वह सरकारी पत्र होगा । इसी प्रकार केंद्र सरकार राज्य सरकार को या राज्य सरकार केंद्र सरकार को जो पत्र भेजा जाता है वह सरकारी पत्र होता है । सरकारी विभागों, कार्यालयों के बीच जो सामान्य पत्राचार होता है वह सरकारी पत्र ही होता है ।
🎯 शासकीय पत्र में सरकार के किसी निर्णय, नीति निर्धारण, समस्या निदान आदि को विषय बनाना गया होता है ।
🎯 शासनादेश या शासकीय पत्र पूरी तरह से औपचारिक होते हैं, इसमें कोई व्यक्तिगत जानकारी नहीं होती है ।
सरकारी पत्र की विशेषताएं
१. सरकारी पत्र सरकारी कामकाज से संबंधित होते हैं ।
२. सरकारी पत्र एक सरकारी कार्यालय से दूसरे सरकारी कार्यालय को लिखा जाता है ।
३. इसकी विषय वस्तु सामान्यता सरकार के निर्णय, नीतियाँ, समस्या निराकरण होती है ।
४. शासकीय पत्र या शासनादेश पूरी तरह से औपचारिक होते हैं, इसमें कोई भी व्यक्तिगत जानकारी नहीं होती है ।
५. सरकारी पत्र का एक निश्चित ढांचा या प्रारूप होता है, उसी प्रारूप या फॉर्मेट में लिखे जाते है ।
५. सरकारी पत्र यथार्थपरक तथ्यों, नियमों, उपनियमों में बंधा होता है ।
६. सरकारी पत्र संक्षिप्त, सटीक और सारगर्भित होता है । इसमें केवल काम की बाते लिखी जाती हैं ।
७. इसकी भाषा औपचारिक, स्पष्ट और शुद्ध होती है ।
८. इसमें राजभाषा की शब्दावली प्रयुक्त होती है ।
९. यह अन्य पुरुष शैली में लिखा जाता है ।
१०. एक पैराग्राफ में एक बात लिखी जाती है ।
सरकारी पत्र का महत्व
० समस्त सरकारी क्रियाकलाप, शासनादेश, आदि सरकारी पत्र पर ही निर्भर होता है ।
॰ सरकारी पत्र समस्त सरकारी क्रियाकलापों को वैधानिक आधार देते हैं ।
० दस्तावेज़ीकरण का आधार होता है ।
सरकारी पत्र / शासकीय पत्र / राजकीय पत्र / शासनादेश / Official Letter / Government Order / GO का प्रारूप या फॉर्मेट
प्रारूप या फॉर्मेट इसकी रीढ़ है । शरीर का ढांचा है । इसी ढांचे में पूरा पत्र लिखा जाता है । सरकारी पत्र के ढांचे में कोई भी बदलाव करना ग़लत होगा । जो चीज बायें लिखीं गई वह बाएं ही रहेगी, जो बीच में है वह बीच में रहेगी । यहाँ पैराग्राफ छोड़ा गया है वहाँ पैराग्राफ छूटेगा, जहाँ कोमा लगा है वहाँ कोमा लगेगा । कहने का आशय यह है कि दिए गए फॉर्मेट या प्रारूप में ही सरकारी पत्र लिखा जाता है ।
सरकारी पत्र के प्रमुख अंग
१. पत्र संख्या, अनुभाग, वर्ष
२. विभाग या कार्यालय
३. स्थान, तिथि
४. प्रेषक
५. प्रेषित
६. विषय
७. संबोधन
८. मुख्य भाग
९. समापन
१०. पृष्ठांकन
सरकारी पत्र / शासकीय पत्र / राजकीय पत्र / शासनादेश Official Letter / Government Order / GO का उदाहरण
सबसे महत्वपूर्ण बात-
फॉर्मेट या प्रारूप से अलग कुछ नहीं लिखना है । प्रारूप ही सरकारी पत्र की रीढ़ है । इसमें कोई बदलाव पूरे पत्र के स्वरूप को बदल देगी