Samas Kise Kahate Hain

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Samas Kise Kahate Hain


Samas Kise Kahate Hain

समास (Samas) का शाब्दिक अर्थ है संक्षेप समास संस्कृत व्याकरण और हिंदी व्याकरण का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। समास के माध्यम से दो या अधिक शब्दों को जोड़कर एक नया और संक्षिप्त शब्द बनाया जाता है। यह प्रक्रिया भाषा को सरल और प्रभावी बनाती है।

समास की परिभाषा


दो या अधिक शब्दों को संक्षिप्त रूप में जोड़कर जब एक नया अर्थपूर्ण शब्द बनाया जाता है, तो उसे समास कहते हैं। दूसरे शब्दों में कहें तो समास दो या दो से अधिक शब्दों को जोड़कर नए शब्द बनाने की विधि है । जिन शब्दों को जोड़ा जाता है उन्हें पद कहते है । 

समास में दो पद होते है - १. पूर्व पद और २. उत्तर पद। जो शब्द पहले होते है उसे पूर्व पद और जो शब्द बाद में आता है उसे उत्तर पद कहते है । जैसे- 
    राम    का   भक्त       =    रामभक्त 
(पूर्व पद) + (उत्तर पद) = समस्त पद अर्थात् समास 

समास विग्रह 


जब समास के समस्त पदों को अलग अलग किया जाता है तो उस प्रक्रिया को समास विग्रह कहते हैं ।


समास के उदाहरण:


राजा का पुत्र = राजपुत्र
घर के अंदर = घरांतर्गत


समास के प्रकार


हिंदी में समास को मुख्यतः छः भागों में विभाजित किया गया है:


समास के प्रकार

समास के भेद याद रखने की ट्रिक 


समास के भेद याद रखने की ट्रिक

1. तत्पुरुष समास


इसमें दो पदों में से एक मुख्य होता है, और दूसरा उसका विशेषण होता है।


तत्पुरुष समास पहचानने का तरीका 


तत्पुरुष समास पहचानने का तरीका


उदाहरण:
राजा का महल = राजमहल
दूध के लिए बनी वस्तु = दुग्धपेय


तत्पुरुष समास के 10 उदाहरण 

तत्पुरुष समास के 10 उदाहरण, Gyanalay


2. कर्मधारय समास

इसमें दोनों शब्द समान रूप से एक दूसरे का गुण और धर्म बताते हैं।

उदाहरण:
नीला कमल = नीलकमल
बड़ा आदमी = महापुरुष

कर्मधारय समास के 10 उदाहरण


कर्मधारय समास के 10 उदाहरण


3. द्वंद्व समास


इसमें दोनों शब्द समान रूप से महत्व रखते हैं।

उदाहरण:
माता और पिता = माता-पिता
दिन और रात = दिन-रात


द्वंद्व समास के 10 उदाहरण


द्वंद्व समास के 10 उदाहरण

4. बहुव्रीहि समास


जब बने हुए शब्द से किसी तीसरे व्यक्ति या वस्तु का बोध हो, तो वह बहुव्रीहि समास कहलाता है।


उदाहरण:
जिसके पास धन है = धनवान
जिसके सिर पर ताज है = मुकुटधारी


बहुव्रीहि समास के 10 उदाहरण


बहुव्रीहि समास के 10 उदाहरण


5. अव्ययीभाव समास 


इसमें पहला पद अव्यय (अपरिवर्तनीय) होता है और दूसरे पद के साथ मिलकर क्रिया का बोध कराता है। यह संपूर्ण रूप से अव्यय बन जाता है।


अव्ययीभाव समास पहचानने का तरीका 


अव्ययीभाव समास पहचानने का तरीका

उदाहरण:
धीरे-धीरे = शनैः-शनैः
जैसे-तैसे = यथातथम्


अव्ययीभाव समास के 10 उदाहरण


अव्ययीभाव समास के 10 उदाहरण

6. दिगु समास 


समास का एक विशेष प्रकार है। इसमें पहला पद संख्या (संख्या सूचक) या दिशा (दिशा सूचक) को प्रकट करता है, और दूसरा पद उसके गुण या विशेषता का बोध कराता है।


उदाहरण

दिशा सूचक दिगु समास:
चार दिशाएँ = चतुर्दिक
दस दिशाएँ = दशदिक
संख्या सूचक दिगु समास:
तीन लोक = त्रैलोक्य
चार वेद = चतुर्वेद
सात घोड़े = सप्ताश्व


दिगु समास के 10 उदाहरण


दिगु समास के 10 उदाहरण

सारांश


समास हिंदी भाषा को सरल और संक्षिप्त बनाता है। उपरोक्त प्रकार यह दर्शाते हैं कि किस प्रकार शब्दों को जोड़ा जाता है और उनके अर्थ को अधिक गहराई और सटीकता दी जाती है।


समास कैसे पहचाने


समास के उपयोग के लाभ

भाषा को संक्षिप्त और प्रभावी बनाना।
वाक्य में स्पष्टता लाना।
काव्य और साहित्य में सौंदर्य बढ़ाना।


निष्कर्ष


समास भाषा को अधिक अर्थपूर्ण, व्यावहारिक और आकर्षक बनाता है। यह शब्दों को जोड़ने और उनका अर्थ गहराई से समझने में मदद करता है।


इन्हें भी जाने


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